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महिला दिवस पर ही महिला विधायक द्रोपती मेघवाल के विरुद्ध आक्रोश, धरना

हनुमानगढ़। जिले के पीलीबंगा से विधायक द्रोपती मेघवाल के खिलाफ गुरुवार को विद्युत निगम के अधिकारियों-कर्मचारियों का आक्रोश फूट पड़ा। निगम के अधिकारी-कर्मचारी एक कनिष्ठ अभियंता संदीप सहारण को एपीओ करवा देने पर विधायक द्रोपती मेघवाल पर भड़के हुए हैं। यह कनिष्ठ अभियंता द्रोपती मेघवाल के गांव खोडां में बिजली के बकाया बिलों की वसूली करने के लिए गत दिवस गया था। इस पर विधायक द्रोपती मेघवाल ने कथित रूप से इस कनिष्ठ अभियंता को उसके गांव में बिजली बिलों की बकाया वसूली करने के लिए दोबारा न आने के लिए धमकाया। इसके बाद उसके हाथों- हाथ एपीओ के आदेश करवा दिये। गुरुवार सुबह यह पता चलने पर रावतसर में निगम के सहायक अभियंता कार्यालय के सभी अधिकारी व कर्मचारी हड़ताल पर चले गये। उन्होंने कार्यालय को ताला लगा दिया और बाहर धरना लगा दिया। मांग की जा रही है कि संदीप सहारण का एपीओ आदेश अविलब निरस्त किया जाये। 
इसके साथ ही अधिकारियों व कर्मचारियों ने सहायक अभियंता वृत्त कार्यालय के अधीन शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में बकाया बिलों की वसूली का काम भी रोक दिया है। दोपहर को उन्होंने एसडीएम को इस सबंध में ज्ञापन भी दिया। जानकारी के अनुसार खोडां गांव में विद्युत निगम का कुल मिलाकर लगभग सवा 9 लाख रुपये बकाया हैं। इस गांव के अनेक लोग बकाया बिल अदा नहीं कर रहे। इस रकम की वसूली करने के लिए जेईएन संदीप सहारण अपने स्टाफ के साथ पिछले एक-डेढ़ महीने से चक्कर लगा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक 20-25 दिन पूर्व वसूली करने के लिए जाने पर गांव के एक- दो बकायादारों ने फोन पर विधायक की कनिष्ठ अभियंता से बात करवाई। विधायक ने तब जेईएन से कहा कि वह इस गांव में वसूली करने के लिए न आया करे। 
जेईएन ने कहा कि अगर उसके उच्चाधिकारी कहेंगे, तो वे नहीं आयेंगे। बताते हैं कि इसके बाद उच्चाधिकारियों ने खोडां गांव के बकायादारों को कुछ दिनों की मोहलत दे दी। इस गांव की वसूली ठंडे बस्ते में डाली ही जा रही थी कि दो दिन पहले बीकानेर से मु य अभियंता रावतसर आये। उन्होंने बकाया की स्थिति की समीक्षा करते हुए वि ा वर्ष के अन्तिम मार्च महीने को देखते हुए ज्यादा से ज्यादा वसूली करने के कड़े निर्देश दिये। इस पर जेईएन संदीप सहारण कल खोडां गांव में वसूली करने के लिए चले गये। उनके कईं दिनों बाद इस गांव में जाने के कारण बकाया की राशि बढ़कर लगभग सवा 9 लाख रुपये हो गई थी। एक महीने का बिल और वसूली में जुड़ गया था। जानकारी के अनुसार खोडां गांव में जाने पर फिर से बकायादारों ने विधायक से जेईएन की फोन पर बात करवाई। तब भी वहीं बात दोहराई गई कि इस गांव में बिजली बिलों की वसूली नहीं करनी है। जेईएन ने भी वहीं जवाब दोहराया कि उन्हें उच्चाधिकारियों द्वारा वसूली करने के निर्देश दिये गये हैं। 
अगर अधिकारी कहेंगे तो वे नहीं आयेंगे। इसके बाद शाम होते-होते जेईएन को एपीओ किये जाने के आदेश जारी हो गये। इससे निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों में रोष फैला हुआ है। एसडीएम को दिये गये ज्ञापन में निगम कर्मचारियों ने कहा है कि अगर इसी तरह से उन पर कार्रवाई का डंडा चलाया जाता है तो वे राजस्व वसूली के लक्ष्य को हासिल नहीं कर सकते। उन्होंने चेताया है कि संदीप सहारण का एपीओ आदेश निरस्त किया जाये, उसके बाद ही वे कार्यालय में काम करेंगे और बकाया बिलों की वसूली करने जायेंगे। आज उनकी हड़ताल के कारण सहायक अभियंता कार्यालय का कामकाज दिनभर ठप रहा। धरने पर बैठे कर्मचारी नारेबाजी करते रहे।

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